जानें बच्चे पर नजर रखने वाली बेस्ट पेरेंटिंग कंट्रोल एप्स (Parental Control Apps)

By Kusum Lata|8 - 9 mins read| December 08, 2020

आजकल बच्चों को इंटरनेट, मोबाइल आदि से दूर रखना असंभव – सी बात है। बच्चों को अपनी पढ़ाई के लिए इंटरनेट, मोबाइल आदि की आजकल काफी मदद लेनी पड़ रही है। आजकल कोविड-19 के चलते बच्चे मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप पर ऑनलाइन क्लासेस कर रहे हैं। ऐसे में बच्चे की इनसे दूरी बनाना नामुमकिन है। वहीं पढ़ाई और कुछ देर मन बहलाने के लिए इन डिवाइसेज का इस्तेमाल किया जाना बिल्कुल ठीक है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इनका इस्तेमाल भी करना बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बच्चों को इतनी समझ नहीं होती है कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत। ऐसे में मां-बाप का फर्ज बनता है कि जब बच्चा मोबाइल, इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहा हो तो ध्यान रखें कि कहीं बच्चा जाने या अनजाने किसी गलत चीज का शिकार तो नहीं हो रहा है।

बच्चा इंटरनेट पर क्या कर रहा है इसी पर नजर रखने के लिए आजकल कुछ पेरेंटिंग कंट्रोल ऐप्स भी बना दिए गए हैं। इनका इस्तेमाल करके मां – बाप आसानी से जान सकते हैं कि उनका बच्चा इंटरनेट का इस्तेमाल किस प्रकार कर रहा है। ये ऐप्स आजकल के पेरेंट्स के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहे हैं। तो आइए जानें ऐसी ही कुछ बेस्ट पेरेंटिंग कंट्रोल एप्स, जिनका इस्तेमाल करके आप अपने बच्चे को कंट्रोल कर सकते हैं।

1. नॉर्टन फैमिली (Norton Family)

यह ऐप एंड्राइड फोन के लिए काफी अच्छी है। इसमें लगभग वे सारे फीचर्स हैं जो एक अच्छे पैरेंटल कंट्रोल ऐप में होने चाहिए।

प्लेटफॉर्म – एंड्रॉयड (android) और आईओएस (ios)।

खूबियां –

  • लोकेशन का पता लग सकता है।
  • वेब और सर्च किए गए कंटेंट का भी पता लग सकता है।
  • टाइम और ऐप से संबंधित एक्टिविटीज पर भी नजर रखता है।
  • रिपोर्ट को विस्तार से उपलब्ध कराता है।
  • इंस्टेंट लॉक करने की सुविधा देता है।

कमियां-

  • मैक (Mac) पर काम नहीं करता।
  • प्रत्येक डिवाइस पर समय की पाबंदियां होना।
  • सोशल मीडिया को ट्रैक करने में कमजोर।
  • जिओफेंसिंग (geofencing) की सुविधा उपलब्ध नहीं है।

2.  कास्टोडियो (Qustodio)

इस कंट्रोलिंग ऐप में अलग डिवाइस और अलग एप्स के लिए टाइम लिमिट सेट करने की सुविधा उपलब्ध है। इसमें बहुत सारे फीचर्स दिए गए हैं, जो बच्चे की ऑनलाइन एक्टिविटीज को कंट्रोल करने और उन पर नजर रखने में माता-पिता की काफी मदद करते हैं।

प्लेटफॉर्म – एंड्रॉयड (android) आईओएस (ios) और किंडल (kindle)।

खूबियां-

  • इसकी मदद से टैबलेट और स्मार्टफोन पर एप्स को ब्लॉक किया जा सकता है।
  • इसमें एक पैनिक बटन भी होता है।
  • अपने बच्चे की एंड्रॉयड डिवाइस को ट्रैक किया जा सकता है।
  • इस कंट्रोल ऐप से आप पता लगा सकते हैं कि आपका बच्चा किस को ज्यादा मैसेज कर रहा है और कॉल कर रहा है।
  • इस ऐप की मदद से आप एंड्रॉयड डिवाइस  पर ब्लॉक्ड और अलाउड कॉन्टैक्ट्स की एक लिस्ट तैयार कर सकते हैं।
  • मल्टीपल डिवाइस शेड्यूलर का इस्तेमाल करके इस ऐप की मदद से टाइम लिमिट को अपने हिसाब से सेट किया जा सकता है।

कमियां-

  • यह थोड़ा महंगा है।
  • सोशल मीडिया ट्रैकिंग के अंतर्गत केवल फेसबुक को ट्रैक कर सकता है।

3. अवरपेक्ट (Ourpact)

इस ऐप को पैरेंटल कंट्रोल ऐप्स में सबसे ज्यादा अच्छा और बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इसमें बहुत सारे फीचर्स दिए गए हैं जो बहुत ही फायदेमंद हैं।

प्लेटफॉर्म -एंड्रॉयड (android) और आईओएस (ios)।

खूबियां-

  • इस ऐप की मदद से ऐप्स, मैसेजिंग और इंटरनेट एक्सेस को ब्लॉक किया जा सकता है।
  • स्क्रीन टाइम का शेड्यूल बनाया जा सकता है।
  • जब आपके फोन पर कोई न्यू ऐप इंस्टॉल की गई है, तो उसका नोटिफिकेशन यह आपको देता है।
  • इसकी सहायता से घंटों और दिनों के हिसाब से शेड्यूल को आसानी से सेट किया जा सकता है।

कमियां-

  • कुछ लोगों के लिए यह ऐप इस्तेमाल करने में कठिन लग सकती है।
  • यह जिओफेंसिंग (geofencing) से कनेक्ट नहीं होती है।

4.  कैस्परस्काई (Kaspersky)

इस कंट्रोलिंग ऐप की मदद से आप अपने बच्चे की स्मार्टफोन, पीसी और मैक (mac) पर की गई एक्टिविटीज पर नजर रख सकते हैं। यह बहुत महंगा भी नहीं है और इसमें काफी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

प्लेटफार्म-एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • बैटरी लेवल और लोकेशन देखी जा सकती है।
  • स्क्रीन टाइम मैनेज किया जा सकता है।
  • यूट्यूब पर नुकसानदायक सर्च रिक्वेस्ट को ब्लॉक किया जा सकता है।
  • एडल्ट कंटेंट और वेबसाइट्स को ब्लॉक किया जा सकता है।

कमियां-

  • कंटेंट को फिल्टर करने की इसमें लिमिट होती है।
  • सोशल मॉनिटरिंग के अंतर्गत यह केवल वीके  और फेसबुक को ही कवर करता है।
  • वेब इंटरफेस में यह थोड़ा कमजोर है।

5. किड्सलॉक्स (Kidslox)

इस ऐप्स के जरिए कुछ खास वेबसाइट्स और ऐप्स को दस अलग-अलग डिवाइसेज पर ब्लॉक किया जा सकता है।

प्लेटफार्म – एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • खास ऐप्स और वेबसाइट्स को ब्लॉक किया जा सकता है।
  • वेब कंटेंट को फिल्टर किया जा सकता है। वीकली शेड्यूल बनाकर स्क्रीन टाइम लिमिट को सेट किया जा सकता है।
  • ऐप को खरीदने पर रोक लगाई जा सकती है।

कमियां-

  • इस ऐप में ऐसी विशेषताएं नहीं हैं, जिससे आप अलग-अलग एक्टिविटीज को रिकॉर्ड कर सकें।

6. ईएसईटी (ESET) पैरेंटल कंट्रोल फॉर एंड्राइड

ईएसईटी पैरेंटल कंट्रोल फॉर एंड्राइड में काफी सारे ऐसे फीचर्स हैं जिनसे आप ऐप्स और स्क्रीन टाइम को मैनेज कर सकते हैं।

प्लेटफॉर्म – एंड्राइड।

खूबियां-

  • टाइम एंड एप्लीकेशन की उपयोगिता को मैनेज करता है।
  • आपके बच्चे की करंट लोकेशन को चेक करने का काम करता है।
  • बेसिक एक्टिविटीज को रिपोर्ट करता है।
  • इसके सेफ सर्च और वेब गार्ड फीचर्स निश्चित किए गए वेब कंटेंट को ही दिखाते हैं।

कमियां-

  • इसमें कोई कॉल और टेक्स्ट की गतिविधि नहीं देखी जा सकती।
  • इसका आईओएस वर्जन उपलब्ध नहीं है।

7. नेट नैनी (Net Nanny) पैरेंटल कंट्रोल

इस पैरेंटल कंट्रोल ऐप में बहुत ही शानदार बेव फिल्टरिंग टेक्नोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है। इसी वजह से इस ऐप को सबसे अच्छा पेरेंटिंग कंट्रोल ऐप माना गया है।

प्लेटफॉर्म-एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • निश्चित वेबसाइट और ऐप्स को ब्लॉक कर सकते हैं।
  • स्क्रीन टाइम मैनेजमेंट के साथ ही अन्य कई तरह की पैरेंटल कंट्रोल सुविधाएं उपलब्ध हैं।
  • अलर्ट और रिपोर्ट आपको प्रोवाइड करता है।
  • सोशल मीडिया से सुरक्षित और यूट्यूब की मॉनिटरिंग करता है।

कमियां-

  • कई बार सोशल मीडिया वेबसाइट और ऐप्स की बहुत ज्यादा जानकारी यह नहीं दे पाती है।

8. गूगल फैमिली लिंक

गूगल फैमिली लिंक के जरिए आपको यह आसानी से पता लग जाता है कि आपका स्क्रीन टाइम ठीक से सेट है या नहीं। इसकी एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि आपका बच्चा केवल सही कंटेंट को ही देख पाता है।

प्लेटफॉर्म -एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा रही ऐप्स को ब्लॉक या अप्रूव करने में सक्षम है।
  • जो ऐप्स यूज़ की जा रही हैं, उन्हें मैनेज करने का काम करता है।
  • इसके इस्तेमाल से आप जान सकते हैं कि किस ऐप पर कितना टाइम दिया जा रहा है। यह जानने के लिए आप वीकली या मंथली रिपोर्ट ले सकते हैं।
  • बच्चे की डिवाइस पर यह स्क्रीन लिमिट सेट कर देता है।

कमियां-

  • कई बार इस ऐप की विशेषताओं का इस्तेमाल कर पाना और इन्हें सेट कर पाना कठिन होता है।

9. क्लीन राउटर (Clean router)

अगर आपका बच्चा इंटरनेट का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा कर रहा है, तो अपने होम राउटर को क्लीन राउटर से बदल दीजिए। क्लीन राउटर की मदद से पेरेंट्स अपने बच्चों पर कंट्रोल कर सकते हैं और उनकी हर डिवाइस पर नजर रख सकते हैं। पता लगा सकते हैं कि बच्चा इंटरनेट का इस्तेमाल क्या देखने के लिए कर रहा है।

प्लेटफॉर्म– एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • इंटरनेट की स्पीड अच्छी होती है।
  • इंटरनेट इस्तेमाल करने के समय पर पाबंदी लगाई जा सकती है।जो एक्टिविटी बच्चे ने की है, उसकी रिपोर्ट आपको मेल के द्वारा मिल सकती है।
  • बच्चे के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हर डिवाइस की एक्टिविटी को बंद किया जा सकता है।

कमियां-

  • कई बार यूजर्स के द्वारा की गई एक्टिविटी की सही पहचान नहीं हो पाती।
  • कंटेंट फिल्टर एडल्ट साइट्स की पहचान नहीं कर पाता।
  • राउटर के चलते कई बार कनेक्टिविटी कम हो सकती है।

10. मोबिसिप (Mobicip)

इस ऐप में आपको ऐसे बेसिक टूल आपको मिल जाते हैं, जिनसे आप बच्चों की ऐप्स और वेब एक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं।

प्लेटफॉर्म– एंड्राइड एंड आईओएस।

खूबियां-

  • हर फैमिली डिवाइस के लिए वीकली या डेली स्क्रीन लिमिट तय की जा सकती है।
  • सभी फैमिली डिवाइस इंस्टेंट लॉक की जा सकती हैं।
  • आपके बच्चे की लोकेशन को ट्रैक किया जा सकता है।
  • पेरेंट्स किसी गेम या सोशल मीडिया ऐप को ब्लॉक या अलाउड भी कर सकते हैं।
  • 4 सप्ताह की ब्राउजिंग हिस्ट्री देखी जा सकती है।

कमियां-

  • इसमें केवल टाइम शेड्यूल सेट किया जा सकता है। फुल टाइम लिमिट सेट करना संभव नहीं है।

तो आप भी अपने बच्चे के लिए इन ऐप्स का इस्तेमाल करके उसकी गतिविधियों को देख सकते हैं।


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Kusum Lata

Last Updated: Tue Dec 08 2020

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