यह बहुत ही सामान्य समस्या है। क्योंकि आमतौर पर माता-पिता में से पिता बाहर आते-जाते है। तो उनके पास घर पर समय देने के लिए कम होता है ऐसे में मां ही ज्यादातर बच्चे को संभालती है। बच्चे ऐसे में मां से ज्यादा जुड़ जाते हैं और अपनी बातें खुलकर उन्हीं से करते हैं।

आप धीरे-धीरे बच्चे के साथ अपने संबंध सही बनासकते हैं। आप बच्चे के साथ कोई गेम खेल कर या फिर सामान्य बातचीत करके शुरुआत कर सकते हैं। बच्चे के साथ आप अपने बारे में भी बातचीत करें। धीरे-धीरे उसके साथ दोस्ताना रवैया बनाएं। बच्चे धीरे-धीरे ही आपसे खुलेगा और अपने दिल की बात भी आपको बताएगा।

अक्सर हम क्या करते हैं कि पिता ज्यादातर अपने बच्चे को बताते हैं कि ऐसे कर लो या वैसे कर लो। पर हम पूरा समय सिर्फ उन्हें नसीहत ही देते हैं। बच्चे कुछ समय बाद तो सोचते हैं कि पापा सिर्फ हमें रोक-टोक ही करते हैं। अगर आपका बच्चा बड़ा है तो आप उनसे कुछ सीख भी सकते हैं। जैसे कि आप पूछ सकते हैं कि मोबाइल में यह फीचर कैसे इस्तेमाल होगा। इससे उनमें आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा और आपका उनसे संबंध भी बेहतर होने लगेगा।