बच्चे को गुस्से से नहीं समझाया जा सकता है . आप उससे प्रेम से बात करें उसे समझाये उसे काम करने का सही तरिका बताये .

होता क्या है हम अपने बच्चे से बहुत ज्यादा अपेक्षाए रखते है , हम सोचते है वह सब अपने से समझ जाएगा पर ऐसा नहीं है . उसे कारण सहित सब सिखाना होगा उसके लिए अपने में भी बहुत धेर्य की आवश्कता है .